Sunday, 29 July 2012

मम आठवणींची भेळ हवी !
त्यास प्रेम-स्पर्शाची मेळ हवी ! 
परि प्रेम अंगी जपताना 
रंगण्यास निवांत वेळ हवी ! 

Tuesday, 24 July 2012

साँवरे कृष्ण मुरारी मन मोह लियो रे 
मीरा प्रेम दिवानी हरि नाम गवायो रे 


बाँधे पग में घूँगर चलत हरि की दासी 
प्रेम निराला एसा जगत ना देखा कोई 
रंगायो रंग में कान्हा रास रचायो रे 


मीरा के प्रभू गिरिधर नंद मुरारी 
नाम जपत प्रभूजी संसार बिसराई 
सखी मगन एसो जोगन बनायो रे.....

Saturday, 7 July 2012

माझीच मी उरले तशी 
रात्रीस वाट उरते जशी 


केसातून विरला जाईचा गंध 
सरला गुलाबी गुलजार रंग 
निमिषात मी उरले तशी 
मेघात वीज उरते जशी 


कोणास चाहूल श्याम पावलांची ?
कोणास रात्र चिंब पावसाची ?
जोगीण मी उरले तशी 
कान्ह्यास मीरा उरते  जशी.....

Tuesday, 21 February 2012

माझाच मी उरलो तसा
श्वासात प्राण उरतो जसा


आयुष्य एक साद घाली
जाती विरून रेशीम नाती
आसक्त मी उरलो तसा
कोषात गंध उरतो जसा


मी नव्हे कि चिंब तारे
मी नव्हे कि बिंब माझे
वाहून मी उरलो तसा
मातीत थेंब उरतो जसा


आनंद मी माझा जरासा
मीच माझा घाव जरासा
स्मरणात मी उरलो तसा
पाण्यात रंग उरतो जसा......

Saturday, 11 February 2012

रुदाद-ए-मोहब्बत दिल में
कभी आई ना आई 
बहार-ए-मदहोशी दिल में
कभी आई ना आई

दर्द पुराना कोई यार बना
हमसफ़र का सफ़र आज़ार बना
उल्फत-ए-कश्मकश जिग़र में
कभी आई ना आई

वो फ़रिश्ता-ए-धडकनों का 
था सितारा इसी नज़र का
पयाम-ए-मसर्रत जहाँ में
कभी आई ना आई

फिर आपकी कमी सताए
प्यासे नैनों में नमी सताए
परछाई सुकून सी ज़िन्दगी में 
कभी आई ना आई......

Friday, 6 January 2012

The roars of growling Emperor sounds,
Who kept the enriched virtues low;
Seeks thyself in the World of wounds,
Loses wisdom of thine glory flow.


"In you lives the peaceful being",
Said the Priest in calm & slow;
Looking upon thine inner seeing,
With the supreme shall wisdom glow.

Monday, 17 October 2011

Your love has taught me Lotsss !!
Giving my heart bitter Blotsss !!


My Heart is fully blotted
My memories are Unsorted
Yet it finds your lovely Spotsss !!


I have your picture in my Mind
It makes my time to go Rewind
Missing you my blood get Clotssss !!